वैसे तो दुनिया भर में अनेको रोड टनल है जो विश्व प्रसिद्ध है। इन टनल में से एक टनल का निर्माण हाल ही में भारत हुआ है भारत की सबसे लम्बी सड़क टनल का निर्माण जम्मू कश्मीर राज्य के उधमपुर जनपद में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग किया गया है उधमपुर की चेनानी टनल जिसकी लम्बाई 9.2 किलोमीटर है का निर्माण कार्य 23 मई २०११ में प्रारम्भ हुआ और इस टनल का परिक्षण 15 मार्च २०१७ को सफलतापूर्वक कर लिया गया है। जिसका उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा 2 अप्रैल २०१७ को किया गया। ये दोहरी सुरंग 286 किलोमीटर लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी है जिसे बनाने में 3720 करोड़ रुपये का खर्च आया है। ये सुरंग समुन्द्र तल से लगभग 1200 मीटर की उचाई पर बनी है और ये हिमालय पर्वत श्रंखला की निचली श्रेणी में स्थित है। ये सुरंग भारत की पहली ऐसी सुरंग है जो विश्व स्तर जो की एकीकृत सुरंग नियन्त्रक प्रणाली से परिपूर्ण है। इस टनल में हवा के प्रवाह , अग्नि नियंत्रण , सिग्नल , संचार और इलेक्ट्रोनिक प्रणाली स्वचालित (आटोमेटिक) तरीके से कम करेगी। इसके बनने से जम्मू और कश्मीर की दोनों राजधानियों के बीच की यात्रा लगभग 2:30 घन्टे कम हो जायेगी। इस टनल के बनने के बाद चेनानी और नशरी के बीच की दुरी 41 किलोमीटर से घटकर 10.9 किलोमीटर रह जायेगी। इस सुरंग का परिचालन इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फिनेंशियल सर्विसेज (IL and FS) कम्पनी के द्वारा किया जा रहा है। जिसके निर्देशक जे0 एस0 राठोर है। सुरंग बनने से राष्ट्रीय राजमार्ग 1A पर पटीनी टॉप पर हिमपात के कारण लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी। इस रोड टनल की सुरक्षा के लिए एक आपरेशन रूम बनाया गया है। इस सुरंग में 75 मीटर की दुरी पर 124 CCTV कैमरों को लगाया गया है। इस सुरंग में ऐसे कैमरे भी लगे जो 360 डिग्री तक घूम सकते है। इन कैमरों के साथ ऑटोमैटिक इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम लगाया गया है। जिसकी सहयता से हर एक गाड़ी की मूवमेंट पर आसानी से नजर रखी जा सकती है। इसके अन्दर एक खास प्रकार की FM फ्रीक्वेंसी पर गाने भी सुने जा सकते है और इस फिर्क्वेंसी के द्वारा ही आपातकाल की इनफार्मेशन टनल के अन्दर दी जा सकती है। इसलिए इस टनल में एंटर करने से पहले उस FM फ्रीक्वेंसी को सेट कर लेना चाहिए। इस सुरंग में प्रति 300 मीटर पर एक SOS काल बॉक्स और अग्निरोधक प्रणाली लगायी गयी है
Select Language
Search Here
भारत ज्ञान
No comments:
Post a Comment