सेब हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण फल है हम लोग इसके महत्व को नहीं जानते है, इस लेख में हम आपको सेब के महत्व के बारे में बताने वाले है, अच्छी सेहत के लिए सेब को फलों में सबसे बेस्ट माना गया है। सेब के बारे में कहावत भी है---- An apple a day, keeps the doctor away. अर्थात एक सेब रोज खाने से कभी भी डाक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सेब को भोजन से पहले भुखे-पेट खाने पर अधिक लाभ मिलता है। यह गर्मी और गर्मियों में आने वाली खुशकी को दूर करता है। सुबह के समय सेब को खाकर ऊपर से दूध पी लिया जाए तो 1-2 माह में त्वचा का रंग निखरने लगेगा, चेहरे पर लाली झलकने लगेगी, यौन सम्बन्धी सभी कमजोरियां को दूर करने के लिए भी सेब को सबसे अच्छा माना गया है, मानसिक तनाव को दूर करने तथा श्वासन प्रणाली की बीमारियों में दो सेब रोजाना खाने से लाभ मिलता है। सेब में फास्फोरस सर्वाधिक होता है जो स्नायु तथा मस्तिष्क के लिए बहुत लाभदायक होता है। सेब heart को शक्ति प्रदान करता है, यह आँखों की रोशनी को तेज़ करता है, शरीर और खून के विषैले दोषों को शरीर से निकालकर विभिन्न रोगों को दूर करता है, दुबले-पतले व्यक्तियों को हस्ट-पुष्ट बनाता है। जो लोग शक्तिशाली, healthy और जवान बने रहना चाहते हैं, उनको apple का daily सेवन करना चाहिए। जिन व्यक्तियों के दिमाग और स्नायु कमजोर हो गये हों, जिनको याद नहीं रहता हो, मेमोरी कमजोर हो इसके लिए 1-2 एप्पल बिना छीले चबा-चबाकर भोजन से 15 मिनट पहले खाना चाहिये। जिनके दांत गलते हों, दांतों में छेद हों गए हो तथा जिन लोगो के मसूड़े फूलते हों, उन लोगो को खाना खाने के बाद रोजाना सेब खाना चाहिये। जिनको सिर दर्द रहता हो उन लोगो को सिर-दर्द के लिए 20-25 दिन लगातार एक सेब खाली पेट खाना चाहिये और इसके बाद गर्म पानी या गर्म दूध पी लेना चाहिये। भूखे पेट सेब को खाने से कब्ज़ दूर होता है। जिन्हें कब्ज रहता हो उन लोगो को छिलके सहित सेब को खाना चाहिए। जिन लोगो के पेट में कीड़े हों वह 2 सेब रात को सोते समय कम से कम 7 दिन तक खाने चाहिये ऐसा करने से कीड़े मरकर मल के साथ बाहर आ जाते हैं। सेब खाने के बाद रात भर पानी न पीएं। लीवर और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सेब का बहुत महत्व है। सेब को रोजाना खाने से high blood pressure को control किया जा सकता है। सेब को रोजाना खाने से जो बीमारियां सदा के लिए ठीक हो जाती है वे इस प्रकार हैं:- heart, मस्तिष्क, liver, , नेत्र दृष्टि, दुबलापन, mental stress, Skin, श्वास रोग, दांतों सम्बन्धित बीमारियां, cough, जुकाम, टाइफाइड, बहुमूत्र रोग, सिर दर्द, अनिद्रा रोग और पेट के रोग आदि।
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