भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India - SBI) का इतिहास भारत के बैंकिंग इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका गठन और विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। यहाँ भारतीय स्टेट बैंक के इतिहास के प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:
1. आरंभिक चरण (1806-1921)
बैंक ऑफ कलकत्ता (1806): SBI की जड़ें 2 जून 1806 को "बैंक ऑफ कलकत्ता" की स्थापना से जुड़ी हैं।
बैंक ऑफ बंगाल (1809): इसे 1809 में "बैंक ऑफ बंगाल" के रूप में पुनर्गठित किया गया।
इसके बाद, बैंक ऑफ बॉम्बे (1840) और बैंक ऑफ मद्रास (1843) की स्थापना हुई।
ये तीनों बैंक "प्रेसीडेंसी बैंक" के नाम से जाने गए।
2. इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया (1921)
1921 में तीनों प्रेसीडेंसी बैंकों (बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे, और बैंक ऑफ मद्रास) का विलय कर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया का गठन हुआ।
यह भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक बन गया और इसे अर्ध-सरकारी बैंक के रूप में कार्य सौंपा गया।
3. भारतीय स्टेट बैंक का गठन (1955)
1 जुलाई 1955 को, भारतीय संसद ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1955 पारित किया।
इस अधिनियम के तहत, इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया को राष्ट्रीयकरण करके भारतीय स्टेट बैंक बनाया गया।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने SBI की पूंजी का 60% हिस्सा लिया।
4. सहायक बैंकों का एकीकरण
1959 में, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (सहायक बैंक) अधिनियम पारित हुआ।
इसके तहत, भारत के 8 प्रांतीय बैंकों को SBI की सहायक इकाइयों में परिवर्तित किया गया।
उदाहरण: स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर आदि।
5. विलय और आधुनिकीकरण
2017 में, SBI ने अपने 5 सहयोगी बैंकों (स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर और जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद) और भारतीय महिला बैंक का अपने साथ विलय कर लिया।
यह विलय भारतीय बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा विलय था, जिससे SBI दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में शामिल हो गया।
6. वर्तमान स्थिति
SBI भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जिसकी शाखाएं और ATM नेटवर्क देश के हर कोने में मौजूद हैं।
यह 36 देशों में अपनी सेवाएं प्रदान करता है और बैंकिंग, बीमा, निवेश, और डिजिटल बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में अग्रणी है।
सारांश:
भारतीय स्टेट बैंक का इतिहास 200 से अधिक वर्षों का है, और यह भारत की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है। इसकी यात्रा छोटे प्रेसीडेंसी बैंकों से शुरू होकर आज के वैश्विक बैंक के रूप में विकसित हुई है।
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