बिजली की खोज और विकास कोई एक व्यक्ति का कार्य नहीं था, बल्कि यह कई वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के योगदान का परिणाम है। इसे समझने के लिए हमें विभिन्न वैज्ञानिक खोजों और प्रयोगों को विस्तार से देखना होगा।
1. प्राचीन काल में बिजली की जानकारी
बिजली के बारे में जानकारी बहुत प्राचीन काल से मौजूद थी। प्राचीन यूनानी वैज्ञानिक थेल्स ऑफ़ मिलीटस (Thales of Miletus) ने लगभग 600 ईसा पूर्व पाया कि जब एम्बर (गोंद) को ऊन या फर के साथ रगड़ा जाता है, तो वह हल्की वस्तुओं को आकर्षित करता है। यह स्थैतिक बिजली (static electricity) का सबसे पुराना उदाहरण है।
2. विलियम गिल्बर्ट और बिजली पर पहला वैज्ञानिक अध्ययन (1600)
विलियम गिल्बर्ट (William Gilbert), जो इंग्लैंड के एक वैज्ञानिक थे, उन्होंने 1600 में अपनी पुस्तक "De Magnete" में बिजली और चुम्बकत्व (magnetism) के बारे में विस्तार से लिखा। उन्होंने बताया कि कई वस्तुएं रगड़ने पर स्थैतिक बिजली उत्पन्न कर सकती हैं। उन्होंने पहली बार "Electricus" शब्द का उपयोग किया, जिससे बाद में "Electricity" शब्द बना।
3. ओट्टो वॉन गुएरके का इलेक्ट्रोस्टैटिक जनरेटर (1660)
जर्मनी के वैज्ञानिक ओट्टो वॉन गुएरके (Otto von Guericke) ने पहला इलेक्ट्रोस्टैटिक जनरेटर बनाया, जिससे स्थैतिक बिजली उत्पन्न की जा सकती थी। यह बिजली के कृत्रिम निर्माण की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम था।
4. स्टीफन ग्रे और विद्युत प्रवाह (1729)
ब्रिटिश वैज्ञानिक स्टीफन ग्रे (Stephen Gray) ने यह साबित किया कि बिजली को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है। उन्होंने बिजली के प्रवाह (conductivity) की खोज की, जिससे यह समझ आया कि कुछ पदार्थ बिजली को प्रवाहित कर सकते हैं और कुछ नहीं।
5. बेंजामिन फ्रैंकलिन और बिजली की प्रकृति (1752)
बेंजामिन फ्रैंकलिन (Benjamin Franklin) ने 1752 में अपनी प्रसिद्ध पतंग (kite) प्रयोग के माध्यम से यह साबित किया कि आसमानी बिजली (गर्जना के साथ गिरने वाली बिजली) और हमारे द्वारा उत्पन्न बिजली एक ही प्रकार की होती है। उन्होंने एक धातु की चाबी को एक गीले धागे से जोड़कर एक पतंग उड़ाई और जब बिजली बादलों से आई, तो उन्होंने बिजली का झटका महसूस किया। इससे यह पुष्टि हुई कि बिजली एक प्राकृतिक घटना है।
6. लुइगी गैल्वानी और जीवों में बिजली (1780)
इटली के वैज्ञानिक लुइगी गैल्वानी (Luigi Galvani) ने 1780 में मेंढक की टांगों पर प्रयोग करके पाया कि बिजली का प्रभाव जैविक ऊतकों पर भी होता है। इसे "Bioelectricity" कहा जाता है।
7. एलेसांद्रो वोल्टा और पहली बैटरी (1800)
इटली के वैज्ञानिक एलेसांद्रो वोल्टा (Alessandro Volta) ने 1800 में पहली विद्युत बैटरी (Voltaic Pile) बनाई। उन्होंने पाया कि जब दो अलग-अलग धातुओं (जैसे जिंक और कॉपर) को एक एसिडिक घोल में रखा जाता है, तो वे लगातार बिजली उत्पन्न कर सकते हैं। यह पहली बार निरंतर विद्युत प्रवाह (continuous electric current) उत्पन्न करने की प्रक्रिया थी।
8. माइकल फैराडे और इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म (1831)
ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल फैराडे (Michael Faraday) ने 1831 में विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) की खोज की, जिसके आधार पर आज के विद्युत जनरेटर (Electric Generator) और मोटर (Electric Motor) कार्य करते हैं। उन्होंने यह दिखाया कि यदि किसी तार को चुम्बकीय क्षेत्र में घुमाया जाए, तो उसमें विद्युत धारा उत्पन्न हो सकती है।
9. थॉमस एडिसन और व्यावसायिक बिजली (1879)
अमेरिकी वैज्ञानिक थॉमस एडिसन (Thomas Edison) ने 1879 में पहला व्यावसायिक रूप से उपयोगी विद्युत बल्ब विकसित किया। उन्होंने डीसी (Direct Current) विद्युत प्रणाली को लोकप्रिय बनाया और पहली बार घरों में बिजली पहुंचाई।
10. निकोला टेस्ला और एसी करंट (1880-1890)
सर्बियाई-अमेरिकी वैज्ञानिक निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) ने एसी (Alternating Current) प्रणाली विकसित की, जो लंबी दूरी तक बिजली भेजने के लिए अधिक प्रभावी थी। उनकी तकनीक आज भी बिजली वितरण के लिए मुख्य रूप से उपयोग की जाती है।
निष्कर्ष
बिजली की खोज और विकास एक सतत प्रक्रिया थी, जिसमें कई वैज्ञानिकों का योगदान रहा।
- बेंजामिन फ्रैंकलिन ने यह सिद्ध किया कि बिजली और आसमानी बिजली एक ही चीज़ है।
- एलेसांद्रो वोल्टा ने पहली बैटरी बनाई, जिससे स्थायी विद्युत प्रवाह संभव हुआ।
- माइकल फैराडे ने विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की खोज की, जिससे आधुनिक इलेक्ट्रिक मोटर और जनरेटर बने।
- थॉमस एडिसन और निकोला टेस्ला ने बिजली को आम जनता के लिए उपयोगी बनाया।
आज, बिजली हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है और इसके बिना आधुनिक दुनिया की कल्पना करना मुश्किल है।
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