स्कूल बस का रंग पीला होने के पीछे कई वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक और सुरक्षा संबंधी कारण होते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं—
1. पीला रंग आसानी से दिखाई देता है
पीला रंग हमारी आंखों को सबसे जल्दी और स्पष्ट रूप से दिखता है, खासकर कम रोशनी या धुंध में। विज्ञान के अनुसार, पीला रंग अन्य रंगों की तुलना में 1.24 गुना ज्यादा ध्यान आकर्षित करता है। इसलिए, जब कोई वाहन या व्यक्ति दूर से भी स्कूल बस को देखता है, तो उसे जल्दी पहचान लेता है।
2. सुरक्षा के लिए सबसे उपयुक्त
सड़क पर कई गाड़ियाँ होती हैं, लेकिन स्कूल बसों को दूर से ही पहचानना जरूरी होता है ताकि ड्राइवर सतर्क रहें। पीला रंग दूर से चमकता है और टक्कर की संभावना को कम करता है। यही कारण है कि यातायात संकेतों (ट्रैफिक साइन) और निर्माण स्थलों पर भी पीले रंग का उपयोग किया जाता है।
3. सभी मौसमों में स्पष्ट दिखता है
चाहे धूप हो, बारिश हो या कोहरा— पीला रंग हर मौसम में आसानी से दिखता है। खासकर सुबह और शाम के समय जब रोशनी कम होती है, तब भी स्कूल बस को दूर से पहचाना जा सकता है।
4. मनोवैज्ञानिक प्रभाव
पीला रंग बच्चों से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह खुशी, ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक होता है। यही कारण है कि कई स्कूलों की यूनिफॉर्म, दीवारों और खेल के सामान में भी पीले रंग का उपयोग किया जाता है।
5. कानूनी मान्यता
अमेरिका में 1939 में पहली बार स्कूल बसों के लिए "पीले रंग" को मान्यता दी गई थी, जिसे "National School Bus Glossy Yellow" कहा जाता है। इसके बाद कई देशों ने इसे अपनाया, ताकि स्कूल बसों की पहचान एक समान हो और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
निष्कर्ष
स्कूल बसों को पीले रंग में रंगने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना, ध्यान आकर्षित करना और दूर से पहचान में आना है। यह वैज्ञानिक और मनोवैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से सबसे उपयुक्त रंग माना जाता है।
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