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सुदर्शन का उदय: भारतीय शेयर बाजार में टेक्नोलॉजी की नई क्रांति Sudarshan Rises: India’s AI Revolution in Market Surveillance


भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी, SEBI) ने हाल ही में ‘सुदर्शन’ नामक एक अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित मार्केट सर्विलांस सिस्टम लॉन्च किया है. यह सिस्टम सिर्फ तकनीकी अपडेट नहीं है, बल्कि भारतीय वित्तीय बाजारों की सुरक्षा एवं पारदर्शिता हेतु एक नए युग की शुरुआत है[5]. Sudarshan, SEBI के पहले AI initiative MITRA का अगला रूप है, जिसे मार्केट मॉनिटरिंग को अधिक सटीक व गतिशील बनाने के लिए विकसित किया गया है

 सुदर्शन कैसे काम करता है How Sudarshan Works

सुदर्शन प्रणाली बड़े पैमाने पर डेटा एकत्र करती है, जिसमें प्रतिदिन करोड़ों ट्रेडिंग मैसेज और सोशल मीडिया पोस्ट शामिल होते हैं. यह सिस्टम अज्ञात पैटर्न, फर्जी फाइनेंशियल एडवाइजर और रिसर्च एनालिस्ट, पंप-एंड-डंप स्कीम, बुल्क डील हेर-फेर जैसी गतिविधियों की पहचान करता है.

डेटा प्रोसेसिंग और एनालिसिस (Data Processing & Analysis): 
  सुदर्शन, SEBI के रिवैंप्ड डेटा वेयरहाउस से सूचनाएँ लेता है और मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म व नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के जरिए हर तरह की अनियमितता तुरंत पकड़ सकता है.  
फर्जी सलाहकारों का डिटेक्शन (Fake Advisors Detection):
  फर्जी रिसर्च एनालिस्ट व इन्वेस्टमेंट एडवाइजर की पहचान कर सिस्टम तुरंत प्लेटफार्म्स (जैसे Meta, Google आदि) से गलत कंटेंट हटाने को नोर्डिफाई करता है
ह्यूमन-इन-लूप मॉडल (Human-in-the-loop Model):
  संदिग्ध एक्टिविटी पर फाइनल डिसीजन एक्सपर्ट्स लेते हैं, ताकि गलत निष्कर्ष या बायस्ड फैसले ना हों

व्यापक तकनीकी पहल  Broader Technology Initiative
SEBI ने Sudarshan के साथ-साथ फाइनेंशियल मार्केट्स की साइबर सुरक्षा पर भी बड़ा ध्यान दिया है.  
'एयर गैप’ गाइडलाइन (Air Gap Guidelines):
मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर को बाहरी नेटवर्क्स से अलग करना, जिससे हैकिंग व साइबर हमलों से सुरक्षित रहें
डिजिटल KYC (Digital KYC):
  NRI निवेशकों व विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स का रजिस्ट्रेशन वेरिफिकेशन अब डिजिटल माध्यम से संभव है—यह कदम वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाएगा
साइबर रेजिलिएंस टेस्टिंग (Cyber Resilience Testing):
  लाइव डिजास्टर रीकवरी ड्रिल्स से मार्केट की मजबूती परखी जा रही है


निवेशकों की सुरक्षा और पारदर्शिता Investor Protection & Transparency

SEBI की Sudarshan पहल से—  
  • बाजार की निगरानी अत्यंत सटीक एवं रियल टाइम हो गई है, जिससे धोखाधड़ी तुरंत पकड़ी जाती है
  • फर्जी फाइनेंशियल सलाहकारों की पहचान व हटाने की प्रक्रिया तेज हुई है, जिससे निवेशकों का भरोसा बरकरार रहता है
  • निवेशकों के लिए सुरक्षित, पारदर्शी व समावेशी माहौल सुनिश्चित किया गया है

डेटा सिक्योरिटी, एआई नियमों और जिम्मेदारियों पर फोकस Data Security, AI Guidelines & Responsibilities

SEBI ने स्पष्ट किया है कि—
  • निवेश सलाहकार अगर AI टूल्स का उपयोग करते हैं, तो इसकी जानकारी ग्राहकों को देना अनिवार्य है
  • डेटा सुरक्षा के लिए मजबूत उपाय अपनाने होंगे—AI का उपयोग अज्ञात खतरे के साथ आता है, इसलिए हर स्टेकहोल्डर सतर्क रहकर काम करे
  • तकनीकी नवाचारों के साथ पारदर्शिता को सुरक्षित रखना होगा—नए नियमों का पालन हर मार्केट इंटरमीडियरी पर लागू है

### भविष्य की राह  
Way Forward

SEBI लगातार ऐसे उपाय विकसित कर रहा है जिससे—
  • भारतीय शेयर बाजार का संचालन वैश्विक मानकों के अनुरूप पारदर्शी और सुरक्षित हो सके
  • निवेशकों का विश्वास और भागीदारी बढ़े, निवेश के लिए नया वर्ग उत्पन्न हो.
  • Sudarshan और MITRA जैसे एआई टूल्स का विकास व अपग्रेडेशन होता रहे, ताकि नए तरह के धोखाधड़ी पैटर्न की संभव हो सके

‘सुदर्शन’ के लॉन्च के साथ भारतीय वित्तीय बाजार अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं दे रहे, बल्कि संभावित खतरे की भविष्यवाणी और रोकथाम कर रहे हैं. SEBI का यह AI, Machine Learning और डेटा मॉनिटरिंग पर आधारित आधुनिक दृष्टिकोण देश को Developed Market Status की ओर ले जा रहा है. डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, साइबर सिक्योरिटी, और निवेशक समावेशन के साथ, भारतीय पूंजी बाजार विश्वस्तरीय सुरक्षा और पारदर्शिता की ओर अग्रसर है.


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