इस लेख में हम साउंड कार्ड से संबंधित जानकारी के बारे में विस्तार से जानेंगे और यह जानेंगे कि आखिर साउंड का होता क्या है और इसका क्या यूज होता है हमारे म्यूजिक का समूह ज्यादा डिजिटल फॉर्मेट में होता है एक साउंड कार्ड कंप्यूटर के डिजिटल डाटा को साउंड में बदलता है जिससे आप कंप्यूटर से अपने हेडफोन और स्पीकर के द्वारा म्यूजिक या वीडियो की आवाज को सुन पाते हैं जिससे आवाज को सुनने के लिए या तो हम किसी cd dvd का इस्तेमाल करते हैं या फिर अपने कंप्यूटर में सुरक्षित किसी फाइल का इस्तेमाल करते हैं साउंड कार्ड एनालॉग डाटा को साउंड ऐप्स में बदल देता है जो आपके कंप्यूटर आउटपुट से जुड़कर आपके कानों तक पहुंचती हैं आजकल ज्यादातर कंप्यूटर मदरबोर्ड में साउंड कार्ड लगा हुआ आता है लेकिन अगर आप चाहे तो उसे अपडेट भी कर सकते हैं जिससे आपको साउंड की अधिक गुणवत्ता मिलती है साउंड कार्ड का काम डिजिटल और एनालॉग जानकारी को आवाज में बदलना होता है इसके लिए इसके चार घटक होते हैं जिन पर यह काम करता है सबसे पहला भाग डिजिटल टू एनालॉग कनवर्टर इसकी मदद से आप का साउंड कार्ड डिजिटल डाटा को अनलॉक साउंड में बदलता है दूसरा है एनालॉग टू डिजिटल कनवर्टर इसकी मदद से साउंड कार्ड द्वारा दी गई इनपुट साउंड को डिजिटल रिकॉर्डिंग में बदल देता है तीसरा है पीसीआई इसकी मदद से साउंड कंप्यूटर मदरबोर्ड के साथ जुड़ता है मतलब आपका साउंड कार्ड स्लॉट में लगता है चौथा जो पॉइंट है वह है इनपुट आउटपुट कनवर्टर इसमें आप अपने बाहरी यंत्रों को साउंड कार्ड से हाथ जोड़कर आवाज प्राप्त कर सकते हैं साउंड कार्ड का मुख्य स्रोत से प्रोसेसिंग यूनिट लगी होती है और डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर कंप्यूटर से कुछ और ले लेता है ताकि उन्हें जरूरत के हिसाब से बदल सके साउंड कार्ड के पास अपनी खुद की कोई मेमोरी नहीं होती तो यह काम करने के लिए कंप्यूटर मदरबोर्ड का इस्तेमाल करता है यह थी साउंड कार्ड के बारे में कुछ रोचक जानकारी अगर आपके पास भी इस से जुड़ा कोई सुझाव या प्रश्न है तो उसे आप हमारे साथ कमेंट के माध्यम से शेयर कर सकते हैं
Select Language
Search Here
कंप्यूटर ज्ञान
No comments:
Post a Comment