उत्तर भारत में अधिक ठंड पड़ने के पीछे मुख्यतः भौगोलिक और जलवायु से जुड़े कारण हैं। इनमें प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. भौगोलिक स्थिति:
उत्तर भारत हिमालय पर्वत के निकट स्थित है। सर्दियों के दौरान, हिमालय ठंडी उत्तरी हवाओं को भारत के मैदानी इलाकों में आने से रोकता है, जिससे ये इलाके अत्यधिक ठंडे हो जाते हैं।
2. ऊँचाई और पर्वतीय क्षेत्र:
उत्तर भारत में कई क्षेत्र ऊँचाई पर स्थित हैं (जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड)। ऊँचाई बढ़ने के साथ तापमान कम हो जाता है, जिससे ठंड अधिक होती है।
3. हिमालय से आने वाली बर्फीली हवाएँ:
हिमालय के ग्लेशियरों और बर्फीले क्षेत्रों से ठंडी हवाएँ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में आती हैं, जिससे तापमान तेजी से गिरता है।
4. सर्दियों में सूर्य की तिरछी किरणें:
सर्दियों में सूर्य की किरणें उत्तरी गोलार्ध पर तिरछी पड़ती हैं। इससे गर्मी कम मिलती है और ठंड अधिक महसूस होती है।
5. स्थानीय प्रभाव:
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों (जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान) में खुले मैदान और कम पेड़-पौधे होने के कारण गर्मी जल्दी निकल जाती है और रातें अधिक ठंडी होती हैं।
6. पश्चिमी विक्षोभ:
सर्दियों के दौरान पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) के कारण हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में ठंडी हवाओं का प्रभाव होता है।
इन कारणों के चलते उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में ठंड का प्रकोप अधिक होता है।
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