Google ने एक नया AI मॉडल Gemini 2.5 Computer Use (या संक्षेप में Computer Use मॉडल) पेश किया है, जो ब्राउज़र-आधारित यूज़र इंटरफेस (web pages / mobile UIs) को “देख” और “इंटरैक्ट” कर सकता है — यानी यह बटन क्लिक कर सकता है, फ़ॉर्म भर सकता है, स्क्रोल कर सकता है और ड्रॉपडाउन/टैब आदि संभाल सकता है, ठीक उसी तरह जैसे कोई इंसान ब्राउज़र में करता है।
मॉडल कैसे काम करता है — तकनीकी रूपरेखा
- स्क्रीन-आधारित इनपुट और UI-एक्शन्स: मॉडल स्क्रीन के स्क्रीनशॉट (या GUI की स्थिति) को पढ़ता है, उसके आधार पर निर्णय लेता है और फिर एकसीट किए जाने वाले UI-एक्शन्स (जैसे click, type, scroll, select) जनरेट करता है। हर एक्शन के बाद नया स्क्रीनशॉट वापस आकर लूप जारी रखता है—यह एक iterative sense-act loop है।
- निश्चित क्रियाओं का सेट: वर्तमान में मॉडल एक प्री-डिफाइन्ड एक्शन सेट का उपयोग करता है (उदाहरण: खोलना, क्लिक करना, टाइप करना, स्क्रोल करना, आदि) — जटिल कस्टम इंटरफेस के लिए डेवलपर को क्लाइंट-साइड कोड लिखना पड़ता है जो मॉडल के निर्देशों को execute करे।
प्रयोज्यता (Use cases) — कहाँ उपयोगी होगा?
- वेब फॉर्म ऑटो-फ़िलिंग, यूआई-टेस्टिंग, वेब-बेस्ड वर्कफ़्लो ऑटोमेशन (जहाँ API उपलब्ध नहीं है), और एजेंट-आधारित बॉट्स जो मल्टी-स्टेप ब्राउज़िंग कार्य कर सकें — ये कुछ मुख्य उपयोग हैं। उदाहरण के लिए किसी वेबसाइट पर लॉगिन करना, जानकारी इकट्ठा करना, और परिणामों का सारांश बनाकर देना।
डेवलपर पहुँच और प्लेटफ़ॉर्म
- यह मॉडल Gemini API और Google AI Studio / Vertex AI के माध्यम से preview में उपलब्ध है — यानी डेवलपर्स इसे अपने एप्लिकेशन में जोड़कर ब्राउज़र कंट्रोल एजेन्ट बना सकते हैं। (Developer docs और Gemini API पेज देखें)।
सुरक्षा, सीमा और नैतिक मुद्दे
- सुरक्षा और गार्डरेइल्स: किसी AI को ब्राउज़र नियंत्रित करने देने से जोखिम रहते हैं — अनजाने में गलत क्लिक, संवेदनशील डेटा पहुँचने का खतरा, या ऑटोमेटेड स्क्रिप्ट्स का दुरुपयोग। Google ने सुरक्षा-गार्डरेइल्स और कंट्रोल मैकेनिज़्म की बात कही है ताकि कुछ क्रियाएँ user confirmation या developer constraints के तहत हों।
- सीमाएँ: फिलहाल यह पूरा-डेस्कटॉप OS कंट्रोल नहीं करता (यानी फाइल सिस्टम या दूसरे অ্যाप्स पर सीधे नियंत्रण सीमित है) और बहुत जटिल/अनूठे UI पर इसकी विश्वसनीयता चुनौतीपूर्ण हो सकती है। इसे वेब और मोबाइल UI पर प्राथमिक रूप से अनुकूलित किया गया है।
Gemini बनाम अन्य एजेंट और ब्राउज़र AI (प्रतिस्पर्धात्मक परिप्रेक्ष्य)
- Google का यह कदम OpenAI/Anthropic जैसी कंपनियों द्वारा दिखाए गए “एजेंट-स्टाइल” अनुभवों के साथ प्रतिस्पर्धा में आता है। मीडिया रिपोर्ट्स में उल्लेख है कि यह वेब-नेविगेशन/यूआई-कंट्रोल पर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, जबकि अन्य प्लेटफ़ॉर्म अलग-अलग सीमा/क्षमताएँ रखते हैं (उदा. कुछ एजेंट OS-स्तर के काम भी करते दिखते हैं)।
व्यावसायिक और सामाजिक प्रभाव
- विकासकों के लिए अवसर: जहाँ APIs नहीं हैं, वहाँ automation और RPA-like कार्य आसानी से बने जा सकते हैं — customer support, data entry, web testing इत्यादि के लिए नए टूल बन सकते हैं।
- निजीता व नियमों पर प्रभाव: अगर एजेन्ट् किसी यूज़र के खाते/साइट्स पर स्वचालित रूप से कार्य कर सकता है तो Data privacy, consent और compliance प्रश्न उठते हैं—इन पर कंपनियों और रेगुलेटर्स को ध्यान देना पड़ेगा। (देखें: मीडिया विश्लेषण व Google के सुरक्षा बयान)।
वास्तविक दुनिया के उदाहरण / डेमो
- कुछ डेमो और टूल (जैसे Browserbase पर दिखाए गए डेमो) ने यह दर्शाया है कि मॉडल वास्तविक ब्राउज़िंग सत्र कर सकता है—उदा. समाचार पढ़ना, गेम खेलना, या बहु-स्टेप खरीदारी कार्य करना। परंतु वास्तविक उत्पाद में यह अभी preview/प्रारम्भिक चरण में है।
सीमाएँ और अनिश्चितताएँ — क्या सावधान रहें?
- रॉबस्टनेस: असामान्य या गतिशील वेबपेज (जिनमें लगातार DOM बदलता है) पर मॉडल की विश्वसनीयता टेस्टिंग मांगती है।
- एक्शन-लिमिटेशन: मॉडल सिर्फ़ पहले से परिभाषित UI-एक्शन्स कर सकता है; पूरी तरह कस्टम इंटरेक्शन के लिए अतिरिक्त कोडिंग की आवश्यकता होती है।
- एथिकल/लीगल जोखिम: स्क्रैपिंग नीतियों, वेबसाइट terms of service, और यूज़र-प्राइवेसी कानूनों का पालन आवश्यक रहेगा।
क्यों मायने रखता है यह कदम?
Gemini 2.5 Computer Use ब्राउज़र-स्तर पर AI का “इंसान-सा” उपयोग सक्षम करके वेब ऑटोमेशन और एजेंट-आधारित अनुप्रयोगों में एक नया चरण खोलता है। यह जगह-निर्धारण जहां पारंपरिक API नहीं मिलते, वहाँ उपयोगिता बढ़ा सकता है — पर सुरक्षा, नियमन और विश्वसनीयता की जाँच पर इसका सफल विस्तार निर्भर करेगा।
संदर्भ / स्रोत (प्रमुख लिंक — जिसके पास लेख में संबंधित तथ्य दिए गए हैं)
Source: Google DeepMind Blog – Introducing the Gemini 2.5 Computer Use model
“We’ve built a model that can operate a computer — it sees, understands, and acts on user interfaces.”
(हमने एक ऐसा मॉडल बनाया है जो कंप्यूटर पर काम कर सकता है — यह यूज़र इंटरफेस को देखता, समझता और उन पर कार्रवाई करता है।)
“This capability lets the Gemini model navigate websites, fill forms, click buttons, and complete multi-step workflows in a browser.”
(यह क्षमता Gemini मॉडल को वेबसाइटों पर नेविगेट करने, फॉर्म भरने, बटन क्लिक करने और ब्राउज़र में मल्टी-स्टेप कार्य पूरे करने की अनुमति देती है।)
“We’re introducing Computer Use in preview through the Gemini API, available for developers to experiment.”
(हम Gemini API के माध्यम से इस फीचर का प्रीव्यू जारी कर रहे हैं ताकि डेवलपर्स इसे आज़मा सकें।)
2. Google Developer Docs से तकनीकी जानकारी
Source: Gemini API Developer Docs – Computer Use
“Computer Use API provides a structured way for the Gemini model to interact with graphical user interfaces by generating and executing UI actions.”
(Computer Use API Gemini मॉडल को यूज़र इंटरफेस से इंटरैक्ट करने का एक संरचित तरीका देती है, जहाँ यह UI एक्शन्स जनरेट और एक्ज़ीक्यूट करता है।)
“Supported actions include: click, scroll, type, select, and drag — all executed within a virtual browser environment.”
(समर्थित क्रियाओं में शामिल हैं: क्लिक, स्क्रॉल, टाइप, चयन और ड्रैग — जो एक वर्चुअल ब्राउज़र वातावरण में किए जाते हैं।)
“The model performs iterative observation-action cycles similar to human-computer interaction.”
(मॉडल मनुष्य की तरह इंटरैक्शन करता है — बार-बार देखना और कार्रवाई करना एक दोहरावदार प्रक्रिया के रूप में।)
3. सुरक्षा और गोपनीयता उपाय
Source: Google AI Safety Statement
“Actions requiring sensitive data access or external communication are protected with user consent and developer-defined safeguards.”
(संवेदनशील डेटा या बाहरी कम्युनिकेशन से जुड़ी क्रियाओं के लिए यूज़र की अनुमति और डेवलपर-परिभाषित सुरक्षा उपाय आवश्यक हैं।)
“Computer Use does not grant unrestricted OS-level control; it remains scoped to browser-based environments.”
(Computer Use को ऑपरेटिंग सिस्टम स्तर का पूर्ण नियंत्रण नहीं दिया गया है; यह केवल ब्राउज़र-आधारित वातावरण तक सीमित है।)
4. तकनीकी उपयोग के क्षेत्र
Source: Google Cloud Vertex AI Docs
“Ideal for automating repetitive browser tasks, testing web apps, and creating assistive agents.”
(दोहराए जाने वाले ब्राउज़र कार्यों को स्वचालित करने, वेब ऐप्स की टेस्टिंग और सहायक एजेंट बनाने के लिए आदर्श।)
“Developers can integrate the model in workflows via API or Vertex AI Workbench.”
(डेवलपर्स इस मॉडल को अपने वर्कफ़्लो में API या Vertex AI Workbench के माध्यम से जोड़ सकते हैं।)
5. मीडिया सत्यापन व समीक्षा
Source: The Verge – “Google’s Gemini can now use computers like a human”
“Google’s Gemini 2.5 Computer Use gives the model the ability to browse, click, and type — making it a direct rival to OpenAI’s ‘agentic’ systems.”
(Google का Gemini 2.5 मॉडल अब ब्राउज़, क्लिक और टाइप कर सकता है — जिससे यह OpenAI के एजेंटिक सिस्टम्स का सीधा प्रतिद्वंदी बन गया है।)
6. Resource Pack Summary (For PPT/Report)
| भाग | विषय | स्रोत लिंक |
|---|---|---|
| आधिकारिक घोषणा | Gemini 2.5 Computer Use परिचय | Google Blog |
| तकनीकी विवरण | Gemini API Developer Docs | ai.google.dev |
| सुरक्षा उपाय | Google AI Safety Framework | Google AI Safety |
| क्लाउड इंटीग्रेशन | Vertex AI Docs | cloud.google.com |
| मीडिया विश्लेषण | The Verge News | The Verge Article |

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