भारत एक प्राकृतिक सम्प्रदा वाला देश है। मार्च 2002 तक भारत सरकार ने 89 उद्यानों को नेशनल पार्क का दर्जा दिया है। आज हम इन्ही उद्यानों में से कुछ ऐसे उद्यानों के बारे में जानेगे जो अपने विशेषता के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
1. बलपकरम (मेघालय)
यह मेघालय मव स्थित है। यहाँ का निकटतम स्टेशन गोहाटी है। इस उद्यान में "हूलौक गिब्बन" दुर्लभ प्रजाति देखने को मिलती है। यहाँ पर दुर्लभ प्रजाति स्लो बोरिस (शर्मिंदा बिल्ली) भी पायी जाती है।
2. बान्धवगढ़ (मध्य प्रदेश)
यह उद्यान विन्ध्याचल पर्वत की पहाड़ियों में स्थित है। यह सफ़ेद बाघो की जन्म भूमि कहाँ जाता है। जोकि संख्या में लगभग 32 है।
3. बेंकटेश्वर (आन्ध्र प्रदेश)
यह उद्यान तिरुमलै -तिरुपति की पवित्र पहाड़ियों में स्थित है। यहाँ पर तिरुपति मंदिर होने के कारण यहाँ अधिक पर्यटको का आना जाना है।
4. दाचीगाम (मिजोरम)
मिजोरम में स्थित यह उद्यान हंगुल जाति के हिरण का मुख्य संरक्षण केन्द्र है।यहाँ पर जंगली बकरी की प्रजाति भी पायी जाती है।
5. डम्फा (मिजोरम)
यह उद्यान प्रोजेक्ट टाइगर के लिए संरक्षित है। ग्रेट इंडियन हार्नबिल यहाँ की खास पहचान है।
6. घाना राष्ट्रीय पक्षी उद्यान (राजस्थान)
राजस्थान के भरतपुर नगर (जिला मुख्यालय) जिसे घना पक्षी विहार के नाम से पुकारा जाता है स्थित है। प्रवासी पक्षी "साइबेरियन क्रेन्स" यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
7. गिर (गुजरात)
जूनागढ जिले में स्थित गिर राष्ट्रीय उद्यान भारत का एकमात्र "शेरो" की संरक्षण स्थली है।
8. काजीरंगा (असम)
यह उद्यान एक सिंग वाले गेंडे के लिए प्रसिद्ध है। तथा ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे प्रसिद्ध है।
9. कंचनजंगा (सिक्किम)
यह सिक्किम का एकमात्र उद्यान है। इस उद्यान में विदेशियो को जाने की अनुमति नहीं है। केवल देशवासी अनुमतिपत्र के द्वारा ही प्रवेश करते है। यद्दपि ये एक विवाद का विषय है। की जाइंट पांडा या पांडा भारत में उपलब्ध है।
10 केबुल लाजमाओ (मणिपुर)
इस उद्यान का एक बड़ा भाग झील में तैरता रहता है। इसलिए इसे "फ्लोटिंग पार्क' भी कहाँ जाता है। यहाँ केवल "संगाई हिरण" अधिक संख्या में पाया जाते है।
11. माधव (मध्य प्रदेश)
यह शिवपुरी ऐतिहासिक नगरी में स्थित है। यहाँ "चिकारा छोटे आकर का हिरण" की दुर्लभ प्रजाति का संरक्षण स्थान है। यहाँ दो कृत्रिम झीले (साख्य सागर और चन्द्रपारा) भी है।
12. महावीर (गोवा)
यहाँ का वातावरण प्राकर्तिक सौन्दर्य, समुन्द्री वातावरण है। यहाँ निर्भय विचरती "जंगली बिल्लिया" यहाँ का मुख्य आकर्षण है।
13. मुदमले (तमिलनाडु)
यह नीलगिरी की पहाड़ियों में स्थित है यहाँ पर "गौर" जीव की संख्या अधिक है। यहाँ तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल से पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध है।
14. मैरीन (अण्डमान)
वंडूर में स्थित मैरीन राष्ट्रीय उद्यान समुन्द्री जीवो के रख रखाव और संरक्षण के लिए है। समुन्द्री जीव मूंगा की अदभुत कारीगरी का स्पष्ट नमूना है मैरीन पार्क।
15. पिनवेली (हिमांचल प्रदेश)
यह उद्यान 7 - 8 माह बर्फ से ढका रहता है। यहाँ हिम चिता , जंगली बकरी और बर्फ का भेड़िया आदि पाये जाते है।
16. राजाजी (उत्तर प्रदेश)
यहाँ चीतल बहुत अधिक संख्या में आसानी से देखे जा सकते है।उत्तर प्रदेश के आधे हाथी इसी उद्यान में है।
17. संजय गाँधी उद्यान (महाराष्ट्र)
इस उद्यान का पहले नाम वोरीवली था। टाइगर सफारी इस उद्यान का मुख्य आकर्षण है।
18. सुल्तानपुर (हरियाणा)
यह एक कृत्रिम उद्यान है। यह अब दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों का प्रवास स्थान बन गया है।
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